कई लोग साइबर क्राइम के जरिए फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं और उन्हें पता नहीं चलता कि उनका पैसा कटने वाला है। उदाहरण के लिए, एक महिला को 64,000 का नुकसान हुआ जब उसने एक फॉर्म भरा और अपना ओटीपी (वन-टाइम पासवर्ड) दर्ज किया, बिना यह जाने कि उसके साथ धोखाधड़ी की जा रही है।
IRCTC को ट्वीट कर दिया
मुंबई की एक महिला ने हाल ही में आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर मुंबई से भुज की ट्रेन यात्रा के लिए तीन टिकट बुक किए। हालांकि, उसके टिकट को केवल आरएसी (रद्दीकरण के खिलाफ आरक्षण) का दर्जा मिला, जिसका मतलब है कि उसे ट्रेन में सीट नहीं मिल सकती है। फिर उसने अपना ट्रेन टिकट नंबर और संपर्क जानकारी IRCTC को इस उम्मीद में ट्वीट की कि कोई उसकी टिकट पूछताछ में मदद कर सकेगा।
महिला को फोन आया और
महिला ने अपना मोबाइल नंबर ट्वीट करते समय गलती कर दी। इस वजह से वह साइबर फ्रॉड का शिकार हो गईं। उसके नंबर पर कॉल कर फंसाया गया फिर ओटीपी की मदद से उसके खाते से 64 हजार रुपये उड़ा लिए गए। यह सब तब हुआ जब महिला का फोन आया और एक व्यक्ति ने फोन पर बताया कि वह रेलवे की ओर से बोल रहा है।
महिला से एक फॉर्म भराया
महिला ने ट्विटर पर एक मैसेज पोस्ट किया और फिर लगा कि शायद रेलवे सर्विस से किसी ने उसे फोन किया हो। उसने फिर एक फॉर्म भरा और अपना खाता विवरण जमा किया। इसके बाद जैसे ही उसने ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) डाला, उसके खाते से पैसे गायब हो गए।
मामला साइबर क्राइम में दर्ज
महिला ने गलती की और उसे बहुत देर से एहसास हुआ। उसने घटना की सूचना साइबर क्राइम विभाग को दी। हालांकि, जब यह कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आईं।