हरियाणा के जींद जिले में एक शख्स मां अन्नपूर्णा भोजन घर के नाम से जरूरतमंद और बेसहारा लोगों को मुफ्त में खाना खिला रहा है. जरूरतमंदों को मुफ्त भोजन देने का काम कुछ समय पहले जींद निवासी विकास ने शुरू किया था। विकास मित्तल और उनके सहयोगी गौतम गर्ग अब प्रतिदिन 50 से अधिक लोगों को भोजन उपलब्ध कराते हैं।
इस प्रकार की सेवा में लगे
निर्देशक विकास मित्तल का कहना है कि उन्होंने सात साल पहले सोशल मीडिया पर दूसरे देश का एक वीडियो देखा था. जिसमें दिखाया गया था कि कैसे लोग खाने को फ्रीजर में रखते हैं और फिर बाद में जरूरतमंद लोग उसे खाने के लिए ले जाते हैं. उसने शहर में अपनी दुकान के सामने भी कुछ ऐसा ही करना शुरू किया, लेकिन यह ज्यादा कारगर साबित नहीं हुआ।
7 साल से कर रहे है सेवा
इसके बाद मित्तल ने खाने का सिलसिला बंद नहीं किया और ताजा भोजन की व्यवस्था करने और जरूरतमंदों और बेसहारा लोगों को खिलाने का संकल्प लिया। उनका मानना है कि दिन में तो जरूरतमंद और बेसहारा लोग इधर-उधर से खाने का इंतजाम कर लेते हैं, लेकिन शाम के समय उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. पिछले सात सालों से वह समाज के लिए इस प्रकार की सेवा में लगे हुए हैं।
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मां अन्नपूर्णा मुफ्त भोजन गृह का निर्माण किया
विकास मित्तल का कहना है कि शहर के बीचों-बीच हुडा मैदान में मां अन्नपूर्णा मुफ्त भोजन गृह का निर्माण किया गया है. यह घर टिन और लोहे की चादरों से बना है। शाम करीब छह बजे से इसमें खाना देना शुरू हो जाता है और तब तक चलता रहता है जब तक जरूरतमंद खाना खाकर चले नहीं जाते। मित्तल का कहना है कि यह गर्मी और सर्दी दोनों में खुला रहता है।
दिन में भी भोजन देने की भी है तैयारी
विकास मित्तल ने बताया कि अन्नपूर्णा नि:शुल्क भोजन गृह में पिछले सात वर्षों से केवल शाम को ही भोजन दिया जाता रहा है. जरूरतमंद लोगों को यह सेवा प्रदान करने के लिए शहर के कई दानदाताओं ने सहयोग देकर इस मुहिम को मज़बूती दी है। यदि यह सहयोग जारी रहा तो जल्द ही यह प्रक्रिया दिन में भी शुरू कर दी जाएगी, ताकि जरूरतमंद लोगों को दिन भर भोजन मिल सके।