देश मे बीमा विनियामक संस्था इरडा (Insurance Regulatory and Development Authority) ने कारों के लिए तीन साल और दोपहिया वाहनों (Two Wheelers) के लिए 5 साल का बीमा कवच देने का बुधवार को प्रस्ताव किया है। इसका उद्देश्य सभी बीमा ग्राहकों के लिए अधिक विकल्प प्रदान करना है।
इरडा का नया मसौदा
भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDA) ने विशेष रूप से ‘दीर्घावधि मोटर उत्पाद’ बीमा के लिए एक योजना का मसौदा तैयार किया है, जिसमें ‘मोटर थर्ड पार्टी इंश्योरेंस’ और ‘ओन डैमेज इंश्योरेंस’ दोनों शामिल हैं।
मंजूरी का इंतजार
नया मसौदा सभी सामान्य बीमा कंपनियों को निजी कारों के लिए तीन साल की बीमा पॉलिसी और दोपहिया वाहनों के लिए पांच साल की मोटर थर्ड पार्टी लायबिलिटी कवर की पेशकश करने के लिए अनिवार्य करता है। इसकी अनुमति देना प्रस्तावित है।
सुधारों की ओर इरडा
बीमा नियामक इरडा ने 25 नवंबर को कई सुधारों को मंजूरी दी थी। इसमें बीमा कारोबार के लिए प्रवेश नियमों को आसान बनाना और ‘सॉल्वेंसी मार्जिन’ में कमी शामिल था। ताजा फैसले का मकसद देश में बीमा के प्रसार को बढ़ाना और 2047 तक ‘सभी के लिए बीमा’ के लक्ष्य को हासिल करना है।
भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) ने अपनी बोर्ड बैठक में निजी इक्विटी (पीई) फंड को बीमा कंपनियों में सीधे निवेश करने की अनुमति दी थी। वहीं नियामक ने अनुषंगी कंपनियों को बीमा कंपनियों का प्रवर्तक बनाने की अनुमति भी दी है।
बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDA) ने कहा है कि जो कोई भी बीमा कंपनी में चुकता पूंजी का 25% तक निवेश करता है, या जो सामूहिक रूप से सभी निवेशकों का 50% तक निवेश करता है, उसे ‘निवेशक’ माना जाएगा।
इससे ज्यादा निवेश करने वाले को ‘प्रमोटर’ माना जाएगा। पहले यह सीमा व्यक्तिगत निवेशकों के लिए 10% और सामूहिक रूप से सभी निवेशकों के लिए 25% रखी गई थी।